पर्यायवाची शब्द का परिचय (Introduction to Synonyms):
हिंदी भाषा में, विभिन्न “पर्यायी” शब्दों के रूप में जाना जाने वाले पर्यायवाची शब्द एक महत्वपूर्ण भाग हैं। “पर्यायवाची” शब्द का अर्थ है “समान” या “समरूपी”, इसलिए ये शब्द एक ही या लगभग समान अर्थ व्यक्त करने के लिए उपयुक्त हैं।
पर्यायवाची शब्द के उपयोग (Usage of Synonyms):
पर्यायवाची शब्दों का महत्व भाषा और साहित्य के क्षेत्र में अत्यधिक होता है। यहां कुछ क्षेत्रों में इसका उपयोग किया जा रहा है:
1. साहित्य (Literature): साहित्यिक रचनाओं में, पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग भाषा को सुंदर और सुसंगत बनाने में किया जाता है। लेखक अपनी कहानियों और कविताओं में इन शब्दों का सही प्रयोग करके पाठकों के भावनाओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं।
2. व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन (Personal and Professional Life): पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन दोनों में पर्यायवाची शब्दों का उपयोग होता है। पेशेवर योग्यता में, एक विशेष शब्द के सुंदर और सार्थक अर्थ को व्यक्त करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है, जबकि व्यक्तिगत संवाद में यह भाषा को रिच और सुसंगत बनाता है।
3. प्रतियोगिता परीक्षाएँ (Competitive Exams): प्रतियोगिता परीक्षाओं में भी पर्यायवाची शब्दों के ज्ञान का महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इन परीक्षाओं में शब्दावली की शुद्धि, और अर्थ के संबंध में पर्यायवाची शब्दों के उपयोग से अध्ययनार्थियों को अधिक सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है।
पर्यायवाची शब्द के उपयोग के उदाहरण (Examples of Using Synonyms):
- प्यार (Pyar): प्रेम, आदर, मोहब्बत
- खुशी (Khushi): हर्ष, आनंद, उत्साह
- समृद्धि (Samriddhi): संपत्ति, धन, धन वृद्धि
पर्यायवाची शब्द का उपयोग का महत्व (Significance of Using Synonyms):
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग भाषा को सुंदर, सुसंगत, और व्यक्तिगत बनाता है। यह भाषा का सौंदर्य बढ़ाता है और सार्थकता को बढ़ावा देता है। यह भाषा की समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण और आवश्यक उपकरण है, और यह विभिन्न भाषा उपयोगों में अपना आवश्यक स्थान रखता है।
अश्लील | असभ्य, अभद्र, अधिभ्रष्ट, निर्लज्ज बेशर्म। |
क्षति | घाटा, नाश, क्षय, नुकसान, हानि। |
शिक्षा | सीख, ज्ञान, प्रशिक्षण, उपदेश, शिक्षण। |
षड्यंत्र | साज़िश, कुचक्र, अभिसंधि, दुरभिसंधि। |
मरघट | श्मशान, मसान, दाहस्थल। |
मंगल | शुभ, कल्याणकारी, शुभंकर। |
शर्म | लज्जा, लाज, हया। |
निरन्तर | सतत, लगातार, अजस्र, अनवरत। |
वर्षा | बरखा, बारिश, पावस, वृष्टि, बरसात, मेह। |
वायदा | प्रण, प्रतिज्ञा, वचन। |
धूल | रज, खेहट, मिट्टी, गर्द, धूलिा |
उधम | दंगा, उपद्रव, फ़साद, उत्पात। |
दीया | आदित्य, दीपक, दीप, प्रदीप,। |
लुटेरा | डाकू, बटमार, डकैत। |
विशेष | स्पेशलविशिष्ट, अनूठा,अद्वितीय, विकल्प, विविध, खास, विशेषक, अद्वितीय, अनोखा, विस्तारशील। |
सच | यथार्थ, असली। |
चुप | नीरव, मौन। |
शीघ्र | आसान, सरल। |
खुशबू | अरोमा, गंध। |
यश | जीत, सफलता। |
नज़र | दर्शन, देखना। |
दुखी | उदास, संतापी। |
शून्य | सुना, खाली। |
पुराना | ज़रा, नया। |
अभिलाषी | इच्छुक, उत्कण्ठित लालायित, उत्सुक, आतुर। |
पिता | जनक, बाप, वालिद, तात, गुरु। |
औरत | स्त्री, रमणी, वनिता, वामा, महिला, अबला,नारी। |
तपस्या | साधना, तप, योग, अनुष्ठान। |
झपकी | तन्द्रा,अर्द्धनिद्रा, अलसाई, ऊँघ, ऊँचाई। |
निन्दा | बदगोई, अपयश, बदनामी, बुराई। |
कुर्बानी | जीवनदान, बलिदान। |
ज़्यादा | प्रचुर, प्रभूत, विपुल, बहुत, इफ़रात, अधिक। |
रोना | विलपन, विलाप, रोदन, रुदन, क्रंदन। |
ब्रजरानी | राधा, वृषभानुजा , हरिप्रिया, राधिका। |
वक्षस्थल | छाती, उर, वक्ष, सीना। |
एकदन्त | गणेश, विनायक, लम्बोदर, गजानन, गणाधि। |
रचना | डीलडौल, आकृति, बनावट, गठन गढ़न, रूप |
चांटा | थपेड़ा, चपेटा, थप्पड़, झापड़ |
शेषनाग | वासुकि, फणीन्द्र, उरगाधिपति, सर्पराज, नागराज |
मटका | घड़ा, घट, कलश, कुम्भ, गगरा, गगरी। |
अमर | शाश्वत्, नित्य, अविनाशी, अमर्त्य, अनश्वर, सदा |
बलात्कार | शीलभंग, सतीत्वहरण, बलात्सम्भोग, शीलाघात |
अनुसंधान | खोज, अन्वेषण, आविष्कार, शोध। |
विलुप्त | अन्तर्धान, ओझल, लुप्त, गायब, तिरोहित, अदृश्य। |
कपटी | पाखण्डी, ढोंगी, बगुला भगत, रंगासियार, छली। |
Hindi Varnamala | हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन
संक्षिप्त में पर्यायवाची शब्द (Synonym Words Conclusion):
पर्यायवाची शब्द भाषा का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो भाषा को अधिक सार्थक और सुंदर बनाता है। यह शब्दावली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और विभिन्न भाषा उपयोगों में उपयोग किया जाता है, जैसे कि साहित्य, पेशेवर जीवन, और प्रतियोगिता परीक्षाएँ। इसका महत्व भाषा के समृद्धि और सौंदर्य में है, और यह व्यक्ति को उनके भाषा प्रयोग में सुधार करने में मदद करता है।
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